बागेश्वर धाम: बाबा धीरेंद्र शास्त्री से मिलने और दिव्य दरवार के लिए अर्जी कैसे लगाएं- जाने सम्पूर्ण जानकारी
सभी को बता दें कि बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी बिहार आ रहे हैं। 13-17 मई तक पटना से सटे तरेत (नौबतपुर) में उनका कार्यक्रम है। इसे लेकर भव्य तैयारियां की जा रही है। बाबा बागेश्वर के दौरे को लेकर सियासत भी कुलांचे मार रही है। मगर यहां बात होगी बाबा की उस पर्ची की, जो जादुई तरीके से छाई रहती है। टोकन से जुड़े हर सवाल के जवाब आपको मिल जाएंगे। कैसे आपको अर्जी लगानी है, कैसे आप बाबा से मिलकर आशीर्वाद ले पाएंगे, ये सभी जानकारी आज के इस आर्टिकल में आपको मिलने वाले है।
जाने बागेश्वर धाम दिव्य दरवार से जुड़े हर जानकारी
पटना: बता दें कि बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री वैसे तो हनुमत कथावाचन करते हैं। और उनके कार्यक्रम में 5-6 लाख शामिल होते हैं। मगर पर्ची के जरिए लोगों के मन की बात जीवन मे आगे- पीछे क्या चल रहे होते है वे सभी आपके बोलने से पहले बता देते है, और यहीं वजह से पंडित धीरेंद्र शास्त्री चर्चा में रहते हैं। कोई इसे चमत्कार कहता है कोई कला। कई बार तो भरोसा करना मुश्किल होता है कि किसी के निजी जिंदगी के बारे में इनती सटीक जानकारी कोई कैसे दे सकता है। तो यहां पर जानिए उस जादुई पर्ची से जुड़ी सभी जानकारी। और आपको भी अपने बारे में भूत,- भविष्य औऱ बर्तमान के बारे में जानना है तो आप भी दिव्य दरवार में पर्ची लगाकर अपना भविष्य जान सकते है।
बागेश्वर धाम का टोकन कब मिलता है?
आपको बता दें कि बागेश्वर धाम में कभी भी पर्ची नहीं डाली जाती है बल्कि दो-तीन महीने में एक बार टोकन दिया जाता है। मतलब साल में पांच-छह बार। इसकी तारीख खुद धीरेंद्र शास्त्री तय करते हैं।
बागेश्वर धाम की पर्ची कैसे मिलती है?
क्या आप भी टोकन लेना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको बागेश्वर धाम जाना पड़ेगा। इसके बाद पर्ची डालने की तारीख आपको बताई जाएगी। फिर तय तारीख को आप बागेश्वर धाम जाएंगे तो पर्ची मिलेगी।
बागेश्वर धाम की पर्ची पर क्या लिखना होता है?
बागेश्वर धाम की पर्ची पर पर नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखकर सेवादार के पास जमा करानी होगी। और 2500-3000 लोगों को पर्ची दी जाती है। फिर लॉटरी सिस्टम से पर्ची को निकाला जाता है। जिनका नाम निकलेगा उनको वो टोकन लौटा दिया जाएगा। फिर धीरेंद्र शास्त्री से अपनी समस्या बता सकते हैं।
टोकन निकलने की जानकारी कैसे मिलेगी?
बागेश्वर धाम में काफी लोगों की भीड़ होती है, ऐसे में पर्ची निकली या नहीं, इसकी जानकारी जुटाना भी काफी मुश्किल रहता है। ऐसे में पर्ची पर आप जो नंबर दिए रहते हैं, उस पर बागेश्वर धाम के सेवादार फोन करते बताते हैं। फिर वो आपको समय और तारीख बता देते हैं। अगर आपको फोन नहीं आया तो बागेश्वर धाम की ओर से लिस्ट भी जारी की जाती है।
क्या टोकन के लिए बागेश्वर धाम की ओर से कोई पैसा भी लिया जाता है?
सभी को बता दें कि बागेश्वर धाम में टोकन के लिए किसी से भी कोई पैसा नहीं लिया जाता है। ये बागेश्वर धाम की ओर से बिल्कुल फ्री में दिया जाता है। अगर कोई बागेश्वर धाम के टोकन के लिए पैसा मांगता है तो मतलब वो फ्रॉड कर रहा है। आप उन फ्रॉड से बचें।
क्या बागेश्वर धाम की पर्ची ऑनलाइन भी मिलती है?
बता दें कि बागेश्वर धाम का टोकन ऑनलाइन किसी को भी नहीं मिलता है। ऑनलाइन की कोई सुविधा नहीं है। मतलब टोकन लेना है तो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम जाना होगा। अगर खुद बागेश्वर धाम जाने में असमर्थ हैं तो आपका कोई रिश्तेदार आपके नाम का पर्ची डाल सकता है। फिर जब पर्ची निकल जाए तो आप खुद जा सकते हैं।
पर्ची डालने के कितने दिन बाद नंबर आता है?
इसकी कोई तारीख या दिन फिक्स नहीं है। लॉटरी ड्रॉ में जितनी जल्दी नाम आ जाएगा, उतनी जल्दी आपका नंबर लग जाएगा। अगर शुरुआत में आपका नाम आ गया तो एक सप्ताह में ही काम हो जाएगा। वरना लंबा वक्त भी लग सकता है। मतलब दो से तीन महीने। का भी समय लग सकता है।
क्या सभी लोगों को टोकन मिल पाता है?
जानकारी के लिए बता दें कि सभी लोगों को टोकन नहीं मिल पाता। काफी लिमिटेड तरीके से इसे बांटा जाता है। 5-6 लाख लोग बागेश्वर धाम पहुंचते हैं, उनमें से मात्र ढाई-तीन हजार लोगों को ही टोकन दिया जाता है। तो अब आप सभी के मन मे जो – जो प्रश्न था बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने को लेकर वो अब पूरी जानकारी आपको समझ मे आ गए होंगे कि कैसे हमे दिव्य दरवार में बाबा से मिलने का मौका मिलेगा। और इसी तरह से सबसे पहले अप्डेट्स के लिए टेलीग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े।
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